Wednesday, March 12, 2025

मुड़िया पूर्णिमा मेला 2024: मथुरा में आस्था का सैलाब, हर रोज बढ़ रही श्रद्धालुओं की संख्या; देखें अद्भुत दृश्य…….

तीर्थनगरी मथुरा का विश्व विख्यात मुड़िया पूर्णिमा मेला 17 जुलाई को देवशयनी एकादशी से शुरू हो गया है। आस्था के समुद्र में लाखों भक्त 22 जुलाई मुड़िया पूर्णिमा की अगले दिन तक गिरिराज जी महाराज की शरण में डुबकी लगाएंगे।

मथुरा में मुड़िया पूर्णिमा मेला अपने पूरे चरम पर पहुंच गया है। शुक्रवार को मेले में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ पहुंची। आस्था का रेला मोक्ष और पुण्य की कामना के लिए उमड़ता रहा। गिरिराज महाराज की परिक्रमा के साथ- साथ श्रद्धालुओं ने गिरिराज जी पर दूध चढ़ाया तो मानसी गंगा में लगे फव्वारों के नीचे स्नान व आचमन कर धार्मिक परंपरा का निर्वाह किया। कभी तेज धूप, कभी उमस तो कभी हल्की बारिश की बौछार भी हुई, लेकिन श्रद्धालुओं का उत्साह कम नहीं हुआ।

दानघाटी मंदिर, मुकुट मुखारबिंद, मानसी गंगा सहित अन्य आस्था स्थलों पर अपने आराध्य के दर्शन और पूजन के लिए भक्तों को शाम के बाद पैर रखने तक की जगह नहीं मिल रही थी। उधर, मुड़िया संतों ने मुंडन भी कराया। शोभायात्रा की तैयारी में भी जुट गए हैं। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी नियंत्रण कक्ष से और परिक्रमा मार्ग पर जाकर जायजा लेते रहे।

मेले के तीसरे दिन श्रद्धालुओं के जत्थे पहुंचते रहे और राधे-राधे करते हुए परिक्रमा मार्ग पर बढ़े जा रहे थे। रात होने तक भीड़ और बढ़ गई और परिक्रमा मार्ग पर मानव श्रृंखला नजर आने लगी। इससे पूर्व बृहस्पतिवार रात को भी यही सिलसिला रहा। परिक्रमा मार्ग पर मानव श्रृंखला बन गई। इसके बाद भक्त मंदिरों में मंगला आरती दर्शन के लिए उमड़ पड़े। इससे पहले दिन में आस्था के मिनी कुंभ के नाम विख्यात मुड़िया मेले में भक्ति और प्रकृति के अनूठें नजारे दिखाई दिए। सात जन्मों के बंधन से मुक्ति और मन में तमाम मनोकामना संजोए श्रद्धालु गिरिराज महाराज की शरण में पहुंचे।

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