मेट्रो अधिकारियों के मुताबिक अभी आईआईटी से मोतीझील स्टेशन तक आने में करीब 15 मिनट लगते हैं। यह ट्रायल पूरा होने के बाद आईआईटी से नयागंज स्टेशन तक आने में करीब 22 से 25 मिनट लगेंगे।

कानपुर शहर में पहली बार शुक्रवार को भूमिगत मेट्रो ट्रैक पर चुन्नीगंज से नयागंज स्टेशन तक मेट्रो ट्रेन दौड़ी। मोतीझील मेट्रो स्टेशन से करीब पांच किलोमीटर दूर चार भूमिगत स्टेशनों को पार करते हुए नयागंज स्टेशन तक गई और फिर वापस हुई। इस दौरान जगह-जगह ट्रेन रोककर ट्रैक, सिग्नल, थर्ड रेल से विद्युत आपूर्ति आदि की जांच की गई। अधिकारियों ने पहला ट्रायल पूरी तरह सफल बताया गया।

करीब एक महीने तक धीरे-धीरे ट्रेन की रफ्तार बढ़ाकर ट्रायल किया जाएगा, तब तक कानपुर सेंट्रल भूमिगत स्टेशन तक भी कार्य पूरा कर यहां तक ट्रायल की कोशिश की जा रही है। इसके बाद रेलवे संरक्षा आयुक्त की हरी झंडी लेकर शहरवासियों को नवंबर से इसकी सुविधा देने की तैयारी है।
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (यूपीएमआरसी) ढाई साल से आईआईटी से नौ किलोमीटर दूर मोतीझील तक नौ एलिवेटेड मेट्रो स्टेशनों के बीच ट्रेनों का संचालन कर रहा है। शुक्रवार दोपहर करीब 2:00 बजे मोतीझील से आगे बृजेंद्र स्वरूप पार्क होते हुए मकरावटगंज तक बने एलिवेटेड सेक्शन और वहां से भूमिगत सेक्शन में पहली बार मेट्रो चली।