मंडुवाडीह थाना क्षेत्र के लहरतारा के सिंधुरिया काॅलोनी निवासी अमिताभ श्रीवास्तव वर्ष 2020 से ही जेल में बंद है। उसकी शिक्षिका पत्नी मीरा श्रीवास्तव भी धोखाधड़ी में आरोपी है। मीरा के बैंक खाते से बड़ी रकम का लेनदेन हुआ है। इस आरोप में यह भी बंद है। जेल प्रशासन के अनुसार इनसे मुलाकात करने वालों की संख्या बहुत कम होती है। सिर्फ परिवार के लोग ही आते हैं।

धोखाधड़ी समेत अन्य आरोपों में जिला जेल चौकाघाट में बंद शाइन सिटी के निदेशक अमिताभ श्रीवास्तव की पावर ऑफ अटार्नी में सेंधमारी की जा रही है। ऐसा बयान वह खुद आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन (ईओडब्ल्यू) लखनऊ की जांच में दे रहा है। ईओडब्ल्यू उसके बयान के आधार पर अपनी जांच तेज की है। जिला जेल प्रशासन को भी ताकीद की गई है कि इनके मुलाकातियों पर विशेष नजर रखें।
ईओडब्ल्यू मुख्यालय स्तर के अफसरों की टीम निदेशक अमिताभ के साथ ही जेल में बंद उसकी पत्नी मीरा श्रीवास्तव से भी पूछताछ करेगी। मुलाकातियों की सूची भी जेल प्रशासन से मांगी जा सकती है। जेल में बंद अमिताभ की फर्जी आईडी और फर्जी हस्ताक्षर पर लखनऊ के मोहनलालगंज थाना क्षेत्र में करोड़ों की जमीन की रजिस्ट्री हुई है।
लखनऊ ईओडब्ल्यू की प्रारंभिक पूछताछ में अमिताभ ने अपना पक्ष रखा है कि फर्जी आईडी और फर्जी हस्ताक्षर की बदौलत मेरी पावर ऑफ अटार्नी का गलत इस्तेमाल करके जमीन बेची गई है। चार वर्ष से जेल में बंद रहते हुए कि किसी भी ऐसे पेपर पर उसने हस्ताक्षर नहीं किया है।